प्रबंधन शिक्षा की विविध आवष्यकताओं की पूर्ति हेतु आईआईएम इंदौर कार्यक्रमों, प्रारूपों एवं स्थानों (इंदौर एवं मुंबई) की एक व्यापक श्रंखला प्रदान करता है।
आईआईएम इंदौर प्रबंधन षिक्षा की प्रतिभागी-केन्द्रित दृष्टिकोण प्रदान करता है। पिछले 7 वर्षों में, आईआईएम इंदौर के 25 शिक्षक सदस्यों को प्रतिभागी-केन्द्रित शिक्षा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हावर्ड बिज़नेस स्कूल भेजा जा चुका है।
व्यापक उद्योग या क्षेत्र संबंधित विशेषज्ञता रखने वाले सावधानी पूर्वक चयनित सहायक शिक्षकों से पूरित 85% से अधिक सुयोग्य आंतरिक शिक्षक।
शिक्षाविदों, आवासीय एवं पाठ्येतर गतिविधियों के लिए उत्कृष्ट भौतिक बुनियादी ढांचा।
प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपी)
आईआईएम इंदौर की शैक्षिक विधि यह सुनिष्चित करती है कि इसके स्नातक पूर्ण,सहयोगी एवं सक्षम अधिकारी बनें जिनके पास कार्यात्मक विशेषज्ञता में मजबूत आधार और औद्योगिक विशेषज्ञता हो,एक वैश्विक सोच हो,और सामाजिक समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता हो। जिसे एक सु-संरचित पाठ्यक्रम के माध्यम से पुरा किया गया हैः
- अनोखा ग्रामीण भागीदारी कार्यक्रम ताकि स्नातकों को प्रासंगिक संसर्ग प्राप्त होः प्रतिभागियों को उद्योग के संचालन एवं स्थापना वाले सामाजिक संदर्भ को समझने में सक्षम बनाने के उद्देष्य से पाठ्यक्रम की संरचना में मध्य प्रदेश के ग्रामीण परिदृष्य को शामिल किया गया है।
- प्रायोगिक ज्ञान – कार्यक्रम के प्रथम वर्ष में विद्यार्थी प्रति सप्ताह किसी एक कंपनी का दौरा करते हैः उन्हें विभिन्न उद्योगों एवं उद्योगों की मुख्य कंपनियों का अध्ययन करना होता है। यह संगठनों के बारे में उनकी जानकारी को बढ़ाता है और उन्हें विभिन्न तरह के मामलों के प्रबंधकीय संदर्भों के विष्लेषण की पृष्ठभूमि प्रदान करता है।
- पीजीपी-II के लिए अद्भुत आव्यूह आधारित संरचना जिसमें प्रतिभागियों को सामान्य प्रबंधन अंकों के अलावा ‘उद्योग अनुलंब पाठ्यक्रममें 10% अंक और कार्य क्षेत्र पाठ्यक्रममें 10% अंक दिए जाते हैं।
- पीजीपी-II के छात्रों के लिए हिमालया परदेश कार्यक्रमः हांलाकि प्रतिभागी कार्पोरेट कैरियर के लिए पर्याप्त रूप से तैयार होते हैं, अपरिचित माहौल में प्रदशन और एक टीम के रूप में कार्य करने के लिए स्वयं को प्रोत्साहित करने की उनकी योग्यता में विस्तार के लिए उन्हें एक अभ्यास हेतु बाहर भेजा जाता है एवं हिमालय में विभिन्न ऊंचाइयों पर शांत स्थलों पर इसका अनुकरण किया जाता है।
- हांलाकि विद्यार्थी अपनी पसंद के विषय पढ़ते हैं,उन्हें विशेष कार्यक्षेत्रों में उपयोगी कुशलता एवं कार्यों पर केन्द्रित ज्ञान प्राप्ति हेतु कार्यशालाओं में पंजीयन कराने का भी अवसर दिया जाता है।
- आईआईएम इंदौर के विद्यार्थी अतिरिक्त एवं सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की विस्तृत श्रृंखला में भाग लेते हैं, जिसमें शामिल है। आईआरआईएस (वार्षिक प्रबंधन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम) एवं उत्साह (ग्रामीण विपणन मेला)
- मजबूत विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रमः आईआईएम इंदौर का कईं प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय व्यवसायिक विद्यालयों के साथ विनिमय गठबंधन है। बड़ी संख्या में विद्यार्थी इन व्यवसायिक विद्यार्थियों का दौरा करते हैं और एक वहां एक सत्र पूरा करते हैं।
- आईआईएम इंदौर के पीजीपी में प्रतिवर्ष लगभग 450 विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं।
प्रबंधन में पंचवर्षीय एकीकृत कार्यक्रम (आईपीएम)
आईआईएम द्वारा प्रस्तुत एकमात्र 5-वर्षीय एकीकृत कार्यक्रमः पंचवर्षीय आईपीएम,आईआईएम द्वारा आयोजित भारत में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है,जो कि युवा विद्यार्थियों की प्रबंधन पेशेवर,परिवर्तन प्रतिनिधि और सामाजिक राहनुमा बनने की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला एक अद्भुत एवं रचनात्मक कार्यक्रम है। आईपीएम उन विद्यार्थियों पर केन्द्रित है जिन्होंने भारत के विभिन्न विद्यालयों से 12वीं/उच्चतर माध्यमिक या समकक्ष कक्षा उत्तीर्ण कर ली है।
प्रबंधन में कार्यकारी स्नातकोत्तर कार्यक्रम (इपीजीपी)
- यूएस के शीर्ष विद्यालयों,अस्टिन के टेक्सास विश्वविद्यालय (मेक्कांब्स व्यवसायिक विद्यालय)में 6-साप्ताहिक कक्षा सत्र
- बीएफएसआई और विष्लेशिकी क्षेत्रों पर एकाग्रता
- अधिकारियों के लिए प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम, मुंबई (पीजीपीएमएक्स – मुंबई)
- प्रबंधन में फैलो कार्यक्रम (एफपीएम)
नया पाठ्यक्रम अनुसंधान चरण तक विद्यार्थियों की शीघ्र पहुंच को सुलभ बनाता है।
कार्यरत् प्रबंधकों के लिए डॉक्टरेट कार्यक्रम – यह कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाला प्रथम आईआईएम